paropkar : परोपकार

परोपकार : paropkar 
आज सुबह से लगातार बारिश हुए जा रही है, औऱ इसी कारण मिस्टर औऱ मिसेस चौहान अपने मॉर्निंग वॉक के लिए नहीँ जा सके, 
मिस्टर चौहान काफी परेशान से है, शायद किसी ख़ास कारण ने उन्हें चिन्ताओ मे घर लिया है, या फिर मॉर्निंग वॉक पे ना जाना भी उनकी इस चिंता का कारण हो सकता है,...... "!!!!!

इधर मिसेस चौहान की ख़ुशी का ठिकाना नहीँ है, क्युकी अभीअभी उन्हें पता चला है की उनके बेटे बहु आकाश औऱ नीलम जो अमेरिका मे रहते है, उनकी फ्लाइट लैंड हो चुकी है, औऱ वो दोनों किसी भी समय घर पहुंचने ही वाले है "'''!"....

माँ अपनी बेटे बहु की स्वागत मे पूरी तरह से ब्यस्त हो जाती है,.... औऱ इधर मौका पाकर मिस्टर चौहान घर से निकल जाते है. !""".....

थोड़ी ही देर मे गाड़ी से उनके बच्चे घर आते है, औऱ माँ दोनों की आरती उतारकर उन्हें घर के अंदर ले आति है, आते ही बच्चे अपने पिता का खोजने लगते है, थोड़ी देर बाद जब मिस्टर चौहान आते है तब आकाश पूछता है,.... ऐसा भी क्या जरुरी काम था पापा """"!

तो मिस्टर चौहान मुस्कुरा कर बात टाल गए, आकाश मात्र दो महीनों के लिए घर आया था........ औऱ ये दो महीने कैसे बीत गए उन्हें पता ही नहीँ चला,  कल वो वापस अमेरिका जा रहा है, लेकिन उसके अंदर एक प्रश्न है जो वो अपने पिता से पुछना चाहता है, !??? 
आखिर इन दो महीनों मे सुबह औऱ शाम, एक ही समय पर उसके पिता किसी काम का हवाला देकर बाहर क्यों जाते रहे.... क्या उन्हें माँ की फ़िक्र नहीँ रहती "?? 

मैं तो बिदेश चला जाऊंगा, औऱ पिताजी ऐसा ही करेंगे तो माँ का ख्याल कौन रखेगा ;¡¡
आज सुबह आकाश जल्दी उठ गया औऱ अपने पिता की जासूसी करते हुए मैदान के सामने वाली सडक पर अचानक रुक गया,  वही दूर खड़ा होकर अपने पिता पे नजर रखे हुए था "? 
तभी उसने देखा की उसके पिता एक राशन की दूकान से कुछ सामान लेकर एक झोपडी के अंदर गए, " आकाश समझ नहीँ पा रहा था के उसके पिता का टूटे फूटे से झोपडी से क्या लेना देना है, तभी उसके पिता को उसने वापस घर जाते हुए देखा, !!
आकाश थोड़ी हिम्मत जुटाकर अंदर झोपडी मे गया तो उसने देखा के वहा दो वृद्ध पति पत्नी रह रहे है,... आकाश नजदीक जाकर उनसे उनका पहचान पुछना चाहा... 
अचानक से अकास के सामने अंधेरा छा गया.. वो वृद्ध औऱ कोई नहीँ उसके सबसे ख़ास दोस्त के माता पिता थे,.... आकाश ने पूछा ये सब कैसे हो गया? ""
आपलोग यहाँ कैसे आ गए... औऱ सुनील कहा है?? 
तो उन्होंने बताया की सुनील की पढ़ाई के लिए उन्होंने काफी बड़ा लोन ले रखा था,, जिससे सुनील आगे पढ़ने औऱ विदेश जाने के सपने को पूरा कर सके , लेकिन एक दिन एक एक्सीडेंट मे उन्होंने अपनी आँखों की रौशनी गवा दी, जिससे उनकी नौकरी चली गयी औऱ उनका घर भी बैंकवालों ने कर्ज ना चूका पाने पर ले लिया, औऱ बीमारी मे उनके सारे पैसे चले गए, उधर सुनील ने विदेश मे ही किसी लड़की से शादी कर ली है, |

औऱ भारत आने की बात कहकर हर बात टाल देता है, उसके बगैर उनके बूढ़े माँ बाप बेसहारा दर दर की ठोकर खा रहे थे, औऱ उनके अंधेपन ने उन्हें अपाहिज भी बना दिया था, "
आकाश के पिता के कारण सुनील के माता पिता दो वक्त की रोटी खा पा रहे थे, आकाश के पिता सबसे छुपकर इन्ही की मदद किया करते थे, सिर्फ आकाश की दोस्ती ने उनके रिश्ते को इतना महत्व दिया था, 

आज आकाश नम आँखों से अपने पिता मे किसी देवता का स्वरूप देख रहा था, सिर्फ सुनील उसका दोस्त था, इसके लिए उसके पिता ने फ़र्ज समझकर उस निसहाय परिवार की मदद की, "|
आकाश को सब जानकर काफी दुख हुआ, इसके साथ ही सुनील के किये पर सर्मिन्दा भी था, 

आगे बढ़ने की होड़ मे बच्चे पढ़ाई, नौकरी के कारण अपने माँ बाप से दूर हो जाते है, पर उनका फ़र्ज बनता है की जिन्होंने उसे जन्म दिया है, उनके प्रति वो अपना दायित्व समझें औऱ उसे निभाए, पैसा महत्वपूर्ण है पर परिवार से ज्यादा नहीं,!" एक उम्र के बाद माँ बाप को भी बच्चो के सहारे की जरूरत होती है, 

इस घटना के बाद आकाश ने भी अमेरिका से भारत ट्रांसफर करवा लिया, औऱ अपने परिवार के साथ ही रहना अनिवार्य समझा |"

          

               ~~~~~~धन्यवाद ~~~~~~~~

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