छठ माता की सम्पूर्ण विधि और कहानी
हिंदू धर्म में प्रचलित एक कथा के अनुसार प्रथम देवा और असुर संग्राम में जब देव असुरों द्वारा पराजित हो गए थे, तब देवमाता अदिति ने अपने तेजस्वी पुत्र की प्राप्ति के लिए देवानंद के देव सूर्य मंदिर में छठ मैया की आराधना की थी,
आदित्य नारायण की आराधना कार्तिक मास की अमावस्या अर्थात दिवाली के चार दिवस बाद यह व्रत किया जाता है, जिसके करने के बाद छठ माता और सूर्य नारायण प्रसन्न होकर माता अदिति को सर्व गुण संपन्न तेजस्वी पुत्र का वरदान देते है,
वरदा…
Social Plugin