नारी की परिभाषा : Definition of women
नारी वो स्वरुप है जिसमे साहस, सौंदर्य, और सहनशीलता का मेल है अगर नारी अपने मन की कोमलता के लिए जानी जाती है तो उसके सा कठोर भी कोई नहीँ होता l
कभी सोचा है अपने चुडिया, बिंदिया, मेहंदी, पायल, काजल, लाली, गजरा, नथिया, झुमके, इन सबको अगर नारी ना पहने तो ये तो बस एक बेजान सा श्रृंगार रह जायेगा l
लेकिन जब इन्ही सब श्रृंगार को नारी धारण करती है तो इनकी और नारी की शोभा मे चार चाँद लग जाते है, नारी तो वो महान शक्ति है जो अपने अंदर भगवान को भी पा…
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