भगवान शिव और काशी :अधूरी कहानियाँ 2020
कई युग पहले काशी नगरी मे एक परम् ज्ञानी साधु विषवेश्वर रहा करते थे, वे भगवान शिव के अनन्य भक्त थे,
बाल्य काल से शिव आराधना मे रूचि थी, इसलिए काशी पूरी धाम मे कई वर्षो तक वे पुजारी भी रहे,
परन्तु ज़ब वे अपने शरीर से लाचार हो गये तब वे अपने आश्रम मे ही शिव साधना किया करते थे,
साधना मे लीन होने के बाद शिवधेश बाबा को भूख प्यास भी नहीँ लगती, इस तपस्या से उन्होंने भगवान शिव के बारे मे बहुत कुछ जान लिया था, इतना ही नहीँ भगवान शंकर भी उन्हें अपना पर…
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