हमारा गांव : Our village
हमारे गाँव की बात ही कुछ निराली थी, बड़ा ही खूबसूरत नजारा था वहा का, सामने बड़ा सा पहाड़, पीछे व एक पहाड़ |
पहाड़ी छेत्र तो नहीँ था लेकिन पहाड़ो से घिरा है, चारो तरफ हरियाली, छोटी छोटी बकरियों क बच्चे की चिल्लाने की आवाजे, उसके कुछ दूर आगे ही एक बड़ी सि झील, नहर और ना जाने क्या क्या, वहा का नजारा देख कर आत्मा भी तृप्त हों जाती हों, असीम शांति मिलती थी वहा जाकर| और शाम को जो पहाड़ो से होकर हवा अति थी, उससे शुद्ध हवा आपको कहीं मिलेगी ही नहीँ |
कड़ी धुप के बाद जब…
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