रामानंद नामक एक साधारण ब्यक्ति था, वैसे तो वह बिल्कुल सामान्य था, परन्तु किसी अवचेतना के कारण रामानंद को अभूतपूर्व आभाष होते थे, जो या तो भविष्य दर्शन कराते या, बीते हुए क़ल की झलक दिखलाते,
एक बार रामानंद किसी काम मे रत था, तभी अचानक पलकें बंद होते हि उसके सामने एक अनदेखा दृश्य आया,
यह दृश्य कुछ ऐसा था.............जैसे संगमरमर से बने एक सुंदर महल के बीचोबीच एक गढ्ढा खुदा हुआ है, और वृद्ध पुरुष जिसके तन पर गेरूवा वस्त्र है, उसे उस खोधे हुए गढ़हे मे डालने की तैयारी हो रही हो, वह प…
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