Bharat ki pehchan : भारत की पहचान

Bharat ki pehchan  : भारत की पहचान 
भारत अपनी माहानताओ के लिए प्रशिद्ध है, चाहे यहाँ की भाषा शैली हों, या अनेकता मे एकता का संकल्प, 
भारत की हर चीज अपने आप मे एक" महानतम स्वरुप है, भारत एकमात्र ऐसा देश है जहा सारे धर्मो को जगह दी जाती है, जबकि बाकि देशो मे ऐसा बिलकुल नहीँ है, ""

यहाँ की संस्कृति, सभ्यता, कला कीरतिया, रहन सहन, परिधान, खान पान अन्य देशो के मुकाबले बिल्कुल अलग है, हर राज्य अपनी विशेष पहचान रखती है, चाहे छोटा "राज्य हो या बड़ा," मिजोरम और नागालैंड जैसे छोटे देश भी अपने ख़ास परिधान, खान पाण से लोगो को अपनी ओर  आकर्षित करते है, तो उत्तर प्रदेश", मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्य भी अपने पुरानी कला कीरतियो और उदगम स्थानों के लिए प्रशिद्ध है, |

भारत देश राजा महराजाओ का गढ़ था,इसकी शोभा अबिस्वस्नीय है, यहाँ ऐसी ऐसी अपार "खजाने के भंडार भरे थे, जो भारत को हमेशा के लिए अमीर देशो की गिनती मे लाकर खड़ा कर सकता था", लेकिन अंग्रेजो ने लूटकर अपना देश तो मालामाल कर  लिया और भारत को बदतर हालत मे छोड़ गए, और ये संभव हो पाया उन वीर सपूतों के कारण जिन्होंने भारत को अंग्रेजी सरकार के बंधन से मुक्त कराया, और भारत की पुरानी पहचान लौटाई, 

भारत देश मे एक से एक "वीर प्रतापी महान योद्धाओ ने जन्म लिया है," जिनका शौर्य देख कर मुग़ल, अफगानी, या अंग्रेज आक्रमण करने से पहले दस बार सोचते थे, 

राजस्थानी परम्पराओ की यहाँ विशेष मान्यता है, कहते है की युद्ध के समय उनकी  कुलदेवी उनके साथ होती थी, जिसकारण राजपूतो के सिर अगल हो जाने के बाद भी उनका शरीर युद्ध करता था", ऐसी कितनी शूरवीरो की कहानिया दर्ज है "भारत के इतिहासों मे, जो इसकी महंतानतम उदाहरण पेश करती है |

भारत अभी नवयुग निर्माण की ओर  प्रेरित हों चूका है, आने वाले कई साल भारत के लिए काफी अहम् साबित हों सकते है, भारत देश जैसा पुरे भ्रमांड मे नहीँ, इसकी जिसकी ब्याख्या कर लो काम ही होती है, 
यहाँ के लोगो की जितनी रंग बिरंगे परिधान है, उससे कही अतरंगी उनका खानपान, और उनकी भाषाये है, गुजरात अगर गरबे के लिए प्रशिद्ध है तो केरल कात्तक्कली के लिए, बंगाल अगर हिलसा मछली के लिए प्रशिद्ध है तो बिहार लिट्टी चोखा के लिए, 

 कश्मीर अपनी बर्फीली वादियों, के लिए जानी जाती है तो दार्जलिंग अपने पहाड़ी हिल्स के लिए, हर राज्य अपनी विशेष खूबियों को अपने भीतर समाहित करके बैठा हुआ है, जिसे देखने देश विदेशो से लोगो का ताता लगता है |

विदेशो से हर साल सैलानी भारत आकर उसके रमणीय स्थानों मे पर्यटन करते है, जिससे भारत सरकार को विशेष लाभ होता है, |

भारत अपने कला कीरतियो के लिए विश्व भर मे प्रसिद्ध है, यहाँ का लोग गीत हो, या नाट्य मंच या फिर फ़िल्म जगत, सभी की प्रशंसा पुरे संसार मे होती है, बाहरी देशो से लोग आकर यहीं की वेश भूसा मे ढाल जाते है, और इतना ही नहीँ यहाँ की सात्विकता अपना लेते है, हर धाम हर तीर्थ स्थल है अपने आप मे भारत को सात्विक युग की और ले जाता है , यहाँ बड़े बड़े जाने मैने चेहरे जैसे फेसबुक संथापक और बिल गेट्स जैसे लोग अपनी श्रद्धा लिए अपनी दुविधाओ को दूर करने की कामना लिए आते है |

हरिद्वार का" कुम्भ स्नान "हो, या द्वारका नगरी, गंगा सागर का उदगम स्थल ही या, बनारस का गंगा घाट, यहाँ अंग्रजो की ख़ास आस्था है, जसके लिए हर साल भारी मात्रा मे विदेशी सैलानी यहाँ उपस्थित जोते है, औऱ अपने पापो की प्रायश्चित हेतु गंगास्नान करते है, तथा यहाँ की रीती रीवाज अपनाते है | '"भारत देश के प्रति लोगो की गहन आस्था, औऱ  यहाँ का महत्व देख अंग्रेज भी अपनी श्रद्धा रोक नहीँ पाते, ओर यहीं की हवा पानी मे लीन हो जाते है , और पूरी" तरह से यहाँ के परम्परागत पोशाकों मे ढल जाते है | 

"इस देश ने काफी कुछ देखा है, सतयुग का रामराज्य से लेकर कलयुग का कांग्रेस राज्य देखा है, |"
अंग्रेजो की काफी लम्बी गुलामी के बाद हमारा देश आजाद  हुआ है, जिसके लिए कितने क्रांतिकारियों ने अपनी जान दी है, तब जाकर हमारा ये देश आजाद होकर नये युग की और प्रेरित हो पाया है,उनके बलिदान के बाद ही हम उस स्वर्णिम भविष्य के सपने अपने आँखों मे लिए भारत को और  बिशाल होता देख पा रहे है, इसलिए उन वीर सपूतो को मेरा कोटि कोटि" प्रणाम !!!'" |

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