आज सौम्या की बड़ी दीदी सीमा जो करीब सौम्या से 12 साल की बड़ी है,उसकी शादी तय हो चुकी थीं, बस आखिरी बार लड़का भी सीमा से मिलने आने वाला था, सौम्या काफी खुश थीं, और अपने होने वाले जीजाजी जिसका नाम रोशन था, उसे देखने के लिए उसकी उत्सुकता बढ़ी जा रही थीं,
कुछ देर बाद लड़के वालो की गाड़ी आकर घर के देहलीज पर रूकती है, सीमा और सौम्या खिड़की से ही लड़के को देख रहे होते है, लड़के के गाड़ी से उतरते ही सीमा शर्मा कर अंदर चली जाती है, जबकि सौम्या का मन ब्याकुल हो उठता है, अरे ये...... क्या !
इसी चेहरे को तो मैं कई सालो से अपने सपनो मे देखती आयी हूँ, कौन है ये?
और उसकी पत्नी जो सपने मे संग दिखती थीं वो कहा है,?
लडके को देखकर सौम्या के माथे पर पसीने की बूँदे झलकने लगती है, मन मे सैकड़ो सवाल लिए सीमा के पास जाती है,
सीमा पूछती है? कैसे लगे तुम्हारे होने वाले जीजाजी !
सारी बातो को नजरअंदाज करती हुई केहती है, हा अच्छे है!
फिर जैसे तैसे हिम्मत करके अंदर जाती है, सबको कॉफी देती है, लेकिन लड़के के पास आकर रुक जाती है, और कहती है आप तो चाय पीते हो ना ! ये रही आपकी चाय,
कोई कुछ समझ पाता, के तभी सीमा आ गयी और सब दूसरी और ब्यस्त हो गए,
सौम्या अकेले खामोश खड़ी सोच रही थीं, क्या मैं उसे जानती हूँ, और वो दोबारा शादी क्यू कर रहे है, उनकी पत्नी भी है, मैंने देखा था सपनो मे,
लड़के वालो के जाने के बाद सौम्या ब्याकुल थीं , उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, सही गलत, थोड़ी देर के लिए बातो को भूल जाती, फिर से सारी बाते उसे परेशान करते, अपनी परेशानी किसी से शेयर करना सही नहीं लगा, क्युकी सीमा अब अपने आने वाले नये जीवन के लिए खुश थीं, उसे लड़का अच्छा लगा था, उसके साथ सारा परिवार भी |
सौम्या का ज्यादातर ध्यान रोशन पर होता, इसलिए उसके सपने भी साफ हो गए थे, हर दिन उसे नयी घटना जो पूर्व मे हो चुकी थीं, उसे दीखता |
परेशान सि नजर आने के कारण सब उससे पूछने लगे की आखिर ऐसी क्या बात हो गयी है, जबसे सीमा की शादी तय हुई तुम्हारा मिजाज कुछ बदला सा दिख रहा है, क्या तुम्हे लड़का पसंद नहीं,.... तो सौम्या ने जवाब दिया ऐसी बात नहीं है, लड़का तो पसंद है, बस दीदी चली जाएगी ना इसलिए, सबने कहा कोई बात नहीं, बेटियां परायी होती है, एक दिन तो तुम्हे भी जाना ही होगा |
अब सौम्या अपने सच्चाई के लिए रोशन की जाँच पड़ताल सुरु करने को ठान चुकी थीं, इसलिए जब भी सीमा और रोशन का घूमने जाने का प्लान बनता तो, सौम्या भी जिद्द करती चलने को, और रोशन की रहन सहन और पसंद नापसंद पर एक जासूस की तरह गौर करती, साथ मे उसे ये भी पता लगाना था की रोशन कही पहले से शादी शुदा तो नहीं,
एक बार जब मौल मे सीमा रोशन के लिए पीली रंग की कमीज लिए हुई थीं, तो सौम्या ने उसे लेकर रख दिया और कहा उन्हें तो नीली रंग की कमीज अच्छी लगती है, सीमा ने पूछा तुझे किसने बताया तो उसने झट से रोशन जीजाजी का नाम ले लिया, सीमा ने नीली कमीज रोशन को दी तो रोशन ने माय फेवरेट कलर कह कर हाथ मे ले लिया और खुश हो गया |
सौम्या की उलझन घटने की जगह बढ़ रही थीं, मन ही मन वो सोच रही थीं के मुझे ये सब कैसे पता !
एक दिन उनके घर कुंडली मिलाने शास्त्री जी आये, दोनों की कुंडली मिलाने बैठे शास्त्री जी अचानक से बोल पड़े लड़का तो मांगलिक है, मंगल उसके 12 वे घर मे बुरा बनके बैठा हुआ है,
सीमा के पापा बोले ये कैसे हो सकता है, पहले कुंडली दिखाई थीं तो उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा...
शास्त्रीजी ने कहा कुछ त्रुटि हुई होंगी में मिलान करने मे,
तभी सौम्या आकर पूछती है, ये मांगलिक होना क्या होता है, तो शास्त्री जी बताते है की मांगलिक होने पर स्वाभाव मे आक्रामकता रहती है जिससे रिश्ते सही नहीं रहते, और इस युवक की दो शादियों का योग भी देखा जा रहा है,पहली शादी काफी कम उम्र मे होने के योग दिख रहे है, लेकिन अगर लड़के की उम्र 35 साल से अधिक है तो फिर आप शादी कर सकते है, क्युकी उसके बाद सब सही रहेगा..
सौम्या सभी बाते समझने मे लगी थीं, उसे एक बड़ी बात पता लग चुकी थीं, इसलिए अब वो रोशन से सच जानना चाहती थीं,
आज सीमा की सगायी होने वाली थीं,और सुबह सौम्या ने बिचलित करने वाला सपना देखा जिसमे एक गर्भवती महिला का एक्सीडेंट हो जाता है, जिसकारण सौम्या सारा दिन परेशान रहती है, फिर शाम को सीमा और रोशन की सगायी हो जाती है, सगाई मे सभी मेहमान और वही सारे वाक्यों को देखकर सौम्या बेहोश हो जाती है,
ये सुबह सौम्या के लिए नयी सुबह होने वाला था, सौम्या के जीवन के सारे अनसुलझे रहस्यों से पर्दा उठने ही वाला था, जिन सपनो ने उसे इतने सालो तक घेरे रखा था, अब उनकी रौशनी मे आने का समय हो चूका था, रोशन और उसकी पत्नी को लेकर उसने जितने सपने देखे सारे हकीकत थे, रोशन की तरफ उसके बढ़ते एहसास बेवजह नहीं थे, उसका रिस्ता था रोशन से, और ये बात उसे तब पता चली जब वो उसके घर गयी, जो की सगाई वाले बैंक्वेट्स से थोड़ी दूर पर था,
वहा की हर चीज से वो वाकिफ थीं, उसे सब याद आ चुका था, क्युकी वही उसकी पहली पत्नी थीं,, गुस्से मे घर छोड़ने के बाद जहा वो दोबारा लौट नहीं पायी, उसकी आँखों मे आंसू थे, पर ये सब वो किसी से कह नहीं सकती थीं, रोशन अब नये जीवन मे प्रवेश कर चूका था,सौम्या के आँखों मे आंसू तो थे, लेकिन वो खुश थीं..
जब रोशन उसके पास आया तो, सौम्या ने अचानक से कह दिया,, मुझे ढूंढने क्यों नहीं आये, देखो मैं खुद आ गयी |
रोशन कुछ समझ नहीं सका, और इस बात को मज़ाक मे ही लिया, इतने मे ही उसके पर्श से एक तस्वीर निचे गिर गयी जो की उसके पहले पत्नी की थीं, सौम्या ने देखकर झट से कह दिया ये कौन है आपकी पहली पत्नी !
उसने अपने पहले शादी की बात छुपाई थीं, इसलिए अपना राज खुलते देख बिना कुछ कहे वहा से वाह निकल गया, जबकि सौम्या बेहद खुश थीं, उसके सारे अच्छे बुरे
सपने, जो अपने आप मे रहस्य थे, जिसका जिक्र उसने कभी किसी से नहीं किया था, सबकी गांठे खुल चुकी थीं, रोशन ही वो शख्श था, जिसके एहसासो से वो मरने के बाद भी हमेशा जुडी रही, रोशन जिन रहस्यों को जाहिर करना नहीं चाहता था, सौम्या को उनसब के बारे पहले से खबर थीं, सायद इसलिए उसके करीब जाने से डरती रही,
इतने बड़े राज की खबर उसने ताउम्र किसी को होने नहीं दिया, बस सौम्या के दिमाग़ मे एक बात हमेशा रहा की कुछ भी बेवजह नहीं था |
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