पहेली **********
अपराजिता एक अच्छे कुल की पहली संतान थी, परिवार मे किसी चीज का अभाव नही था, सभी अपराजिता पर जान छिड़क़ते थे,
एक दिन अपराजिता के पिता अनिल किसी ख़ास काम से दूसरे शहर गये , जहा से पास मे ही एक बड़े ऋषि मुनि का आश्रम पड़ता था, अनिल के साथ उनके एक अन्य सहभागी मित्र उन बाबाजी के दर्शन के इच्छुक थे, अनिल से साथ चलने को कहा, तो वे इकठा बाबाजी के दर्शन के लिए निकल पड़े,
वहा पहुंचकर बाबाजी के आशीर्वाद लिए, वापस लौटते वक्त बाबाजी ने अनिल की प्रशंसा करते हुई बताया की, आपकी …
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