बदलाव जरुरी है.

 बदलाव जरुरी है 



बदलाव जरुरी है
शिप्रा की तब और अब की तस्वीर 


शिप्रा एक मोटी लड़की थी, जिसे हर इंसान उसके मोटापे के कारण नापसंद करता था, और हिन् भावना से देखता था, पर शिप्रा सारे भेद भाव को ज्यादा देर तक अपने मन मे रहने नहीं देती, और सब भूल कर वापस उसी तरह से सबसे बाते करने लगती, 


शिप्रा एक मिलनसार लड़की थी,साथ ही उसे खाना खाना पसंद था,  उसे लोगो के बिच रहना पसंद था, लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब उसका मोटापा काफी बढ़ गया, शादी की उम्र होने के कारण उसके माता पिता उसे देख देख कर चिंता मे पड़ जाते, एक दिन एक खाश पार्टी मे शिप्रा और उसकी फॅमिली को जाना था, लेकिन शिप्रा की सारी ड्रेसेस बेहद टाइट होने लगी थी, फिर भी जैसे तैसे एक ड्रेस पहन कर वहा पहुंची, उसके दोस्त और रिस्तेदार उसे देख कर उसका मज़ाक उडाने लगे, थोड़ी देर बात सँभालने के बाद शिप्रा उनका रवैया देखकर अंदर से टूट चुकी थी, 


पार्टी मे सारे रिश्तेदार उसकी खाने की प्लेट देख रहे थे जो शिप्रा को अंदर ही अंदर घायल किये जा रहा था, घर आकर शिप्रा काफी दुखी थी, और बस रोये जा रही थी, तब उसकी माँ ने समझाया..... बेटा तू रो मत बस किसी तरह अपना वजन सामान्य कर ले, और उन बुरे लोगो पर बिलकुल ध्यान मत दे, उनका तो काम ही होता है, दुसरो को परेशान करना, सुबह होते होते शिप्रा ने अपने मोटापे मे बदलाव लाने की ठान ली थी, और आज से ही उसने जिम ज्योंन कर लिया, साथ ही साथ घर पर योगा, ब्यायाम, और कशरत भी करती, माँ ने भी उसकी डाइटिंग पर पूरा ध्यान दिया, कुछ ही समय मे शिप्रा के मोटापे मे काफी बदलाव देखने को मिला, अब वाह 100 kg से मात्र 70 kg  हो गयी, फिर भी वाह नहीं रुकी, और बिलकुल स्लिम होने की चाह मे अपने सारे रूटीन को जारी रखा, जिसके 6 महीने के अंदर ही वाह 50 kg की हो गयी, 


उसी समय दोबारा एक रिस्तेदार के घर पार्टी थी, जहा शिप्रा और उसके परिवार वाले भी इन्वाइटेड थे, शिप्रा वही रेड ड्रेस पहन कर गयी, जो उसने पिछली बार पहनी थी, पहले तो लोग उसे पहचान नहीं पाए, और जब सबने पहचाना तो रिश्तेदारों की जैसे सांसे अटक सि गयी हो, 


सब पूछने लगे, तुमने अपने मोटापे मे इतना बदलाव कैसे किया, वो भी इतने कम समय मे, तो शिप्रा ने बस इतना कहा ये सब तो आपलोगो के कारण हुआ है, इसके लिए मै आपलोगो का दिल से सुक्रिया करती हूँ, इससे पहले की वे लोग कुछ भी समझ पाते शिप्रा और उसका परिवार वहा से निकल गया, 

इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है, की लोगो को इतनी भी चुभने वाली बाते ना कहनी चाहिए की उनके अंदर कुछ भी कर गुजरने की भावना जन्म ले ले, इस कहानी मे शिप्रा के साथ यहीं हुआ, ना वो सब उसका दिल दुखाते, ना शिप्रा मन और शरीर से इतनी कठोर बनती, साथ ही हमें ये भी शिक्षा मिलती है की बदलाव जरुरी है, चाहे जिस चीज के लिए भी हो बदलाव के बाद ही जिंदगी मे सुधार आति है  |





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