एक वादा : One promiss
शोभा को माँ कहती है...........
काफी रात हो गयी है अब सो भी जाओ, हा माँ सोती हूँ,
सुबह भी कल जल्दी उठना है,
अच्छा बाबा लो सो गयी
सबेरे उठते वक्त शोभा देखती है सूरज सिर पे चढ़ आया है..
ओह्ह्ह काफी देर हो गयी लगता है,
तभी माँ कहती है शोभा देख तो कौन आया है,
बाहर एक खूबसूरत सि घुँघरेले बालो वाली लड़की अपनी दो सहेलियों के साथ खड़ी थीं, उसका चेहरा सीसे की तरह चमक रहा था |
शोभा पूछती जी आप कौन है, तो उसने सामने से मुस्कुरा दिया और शोभा के घर की तरफ बढ़ गयी,
मैं तो आपको नहीं जानती ( शोभा )
तो क्या हुआ मैं तो जानती हूँ न,
चलो बोलो तुम्हारे घर मे सबसे अच्छी जगह कौन सि है,..
तो शोभा ने छत की तरफ इशारा कर दिया,
फिर, शोभा ने पूछा! आपका नाम क्या है,,?
सामने से जवाब आया क्यू तुम नहीं जानती,
नहीं (शोभा )
मेरा नाम "अनुपमा " है !
अच्छा ! तो आप ही प्रकाश सर् की दोस्त हो,
जी हा, (अनुपमा )
तो आपदोनो आपस मे बात क्यू नहीं करते, नाराज हो एकदूसरे से,
नहीं ( अनुपमा )
वैसे आपको मुझसे क्या काम है, यहां क्यू आयी हो आप,
क्या तुम बेकार की सवालों मे लगी पड़ी हो, इधर आओ, देखो कितना अच्छा मौसम है, देखो ये मेरी सहेलियां है और ये दोनों हमारा ढेर सारा फोटो लेंगी,
ओके अनुपमा जी (शोभा )
अरे हसो भी, थोड़ा इस पोज़ मे, थोड़ा सा इधर मूड जाओ
ओके (शोभा )
तभी माँ आती है और पूछती है, कौन है ये लड़किया
माँ ये प्रकाश सर् , जो मेरे अध्यापक थे, उन्ही के दोस्त है,
स्वभाव से काफी जिंदादिल है, हर छोटी छोटी चीजों मे ढेर सारी ख़ुशी ढूंढ़ लेती है, जिंदगी का देखने का नज़रिया ही इनका अलग है, थोड़ी देर मे लग रहा है जैसे मैं इन्हे काफी सालो से जानती हूँ, हर पल मुस्कुराते ही रहती है,,,
माँ मुझे इनके साथ थोड़ी देर और रहने दो ना,
ठीक है ठीक है, मैं परेशान नहीं करुँगी अब ( माँ )
वैसे तुझे पढ़ने भी जाना है,
आज नहीं माँ मैं कल चली जाउंगी (शोभा )
ठीक है जैसी तुम्हारी मर्जी ( माँ )
आज पूरा दिन अनुपमा जी के साथ थीं, लगा जैसे जीवन को एक नयी राह मिल गयी हो, मैं कही सपना तो नहीं देख रही, ऐसा लग रहा है जैसे मेरे उदास जिंदगी मे मैंने इतनी ख़ुशी पहली बार पायी हो,
वैसे वो यहाँ क्यू आयी थीं, और इतना अच्छा स्वाभाव होने के बाद प्रकाश सर् से उनकी बात क्यू नहीं होती, कल मैं पूछूंगी सर् से,
शोभा सुन मेरे लिए जरा चाय बना दे (शोभा के पिताजी )
जी पापा अभी लाती हूँ,
प्रकाश सर् के पास टूशन पढ़ते वक्त..........
सर् आपसे एक बात पुछु,
पूछो ( सर् )
सर् आप अनुपमा जी से बात क्यू नहीं करते, वो तो दिल की इतनी अच्छी है,
हा नहीं करता, हमारी दोस्ती टूट गयी है ( सर् )
मगर कल मैंने देखा की आप कुछ और रंग के कपडे पहने हुए थे, लेकिन जब अनुपमा जी आयी तो अपने भी गुलाबी रंग के टीशर्ट पहन लिए, इससे तो यहीं लगता है ना की आप अभी भी उन्हें पसंद करते है,
दोबारा से मेरी क्लास मे मत आना गेटआउट ( सर् )
ओफ्फो मैंने ऐसा क्या कह दिया जो सर् इतना गुस्सा हो गए, अगले माह तो मेरी परीक्षा भी है अब कैसे होगा,,
अगली सुबह
क्या हुआ शोभा (अनुपमा जी )
वो कल मैंने आपके बारे मे उनसे बात की थीं, जिसपर वे गुस्सा हो गए,
ओह्ह कोई बात नहीं तुम ये सॉरी को बोर्ड हाथ मे पकड़ो मैं तुम्हारी फोटो उनतक पहुंचा दूँगी, जिससे वो तुमपर गुस्सा नहीं होंगे
ओके अनुपमा जी (शोभा )
अगले दिन
प्रकाश सर् अनुपमा को खुद फ़ोन करके पढ़ने के लिए बुलाते है,
शोभा ख़ुशी ख़ुशी जानेवाली होती ही है की, उसके दादा की बात उसके कान मे पड़ जाती है,
जो एक वादे के अनुसार प्रकाश और शोभा की शादी बचपन मे तय होने की बात कर रहे थे,
शोभा को बड़ा झटका लगता है, और उसे सब समझ आ जाती है की क्यू अनुपमा जी उसके पास आती है,
वाह टूशन ना जाकर अनुपमा जी के घर जाती है और उनसे माफ़ी मांगती है,
इसके साथ वो प्रकाश सर् से शादी करने से मना भी कर देती है, जिसके बाद प्रकाश सर् और अनुपमा जी के बिच सब ठीक हो जाता है,
और सालभर बाद दोनों शादी के बंधन मे भी बंध जाते है |
-------------------------धन्यवाद ----------------------------------
English translation
One promiss
Mother calls Shobha ………
It's been a long night, now sleep too,
Yes mother sleep
Wake up early in the morning, tomorrow
Good baby
While getting up in the morning, Shobha sees the sun has climbed on her head ..
Ohhh it seems too late
Then mother says, who has come to see Shobha,
Outside, a beautiful girl with curly hair was standing with her two friends, her face shining like lead.
Shobha asks, who are you, she smiled in front and proceeded towards Shobha's house,
I do not know you (Shobha)
So what do I know, right?
Let's say which is the best place in your house, ..
So Shobha pointed to the ceiling,
Then, Shobha asked! What is your name,,?
The answer came from the front, why don't you know?
No (shobha)
My name is "Anupama"!
good ! So you are Prakash Sar's friend,
Yes, (Anupama)
So why don't you talk to each other, be angry with each other,
No (Anupama)
By the way, what do you do with me, why have you come here,
Are you engaged in useless questions, come here, see how good the weather is, see this is my friends and these two will take a lot of our photos,
Ok Anupama ji (Shobha)
Hey laugh too, in this pose, go a little bit here
Ok (shobha)
Then the mother comes and asks, who is this girl
Mother Ye Prakash Sar, who was my teacher, is his friend,
It is very lively by nature, it finds a lot of happiness in every little thing, its way of life is different, it seems like in a while I know them for many years, every moment keeps smiling, ,,
Mom, let me stay with them a little longer
Ok ok i won't bother anymore (mom)
By the way, you also have to go to study,
Not today, mother, I will leave tomorrow (Shobha)
Ok as you wish
Today the whole day was with Anupama ji, I felt like life has found a new path, I am not dreaming anywhere, it seems as if I have had such a happy first time in my sad life,
By the way, why did she come here, and after having such a good nature she does not talk to Prakash Sar, tomorrow I will ask Sur,
Listen to me, make me a little tea (Shobha's father)
Yes, I bring my father now
While reading the tuition near Prakash Sar …….
Just ask you one thing,
Ask (Ser)
Why don't you talk to Anupama ji, she is so good of heart,
Yes, our friendship is broken (Ser)
But yesterday I saw that you were wearing some other colored clothes, but when Anupama ji came, she also wore her pink t-shirt, it seems here that you still like them,
Don't come back to my class again
Offo, what did I say that all the people got so angry, next month, my exam is also how it will be,
Next morning
What happened Shobha (Anupama ji)
I talked to them about you yesterday, which they got angry,
Oh never mind, you hold this sorry in the board, I will send your photo to them, so that they will not be angry with you.
Ok Anupama ji (Shobha)
next day
Prakash Sar phone calls Anupama to read by herself.
Shobha is going to be happy, that her grandfather's ear falls in her ear,
Who were talking about one promiss which is Prakash and Shobha's marriage being decided in childhood,
Shobha gets a big shock, and she comes to understand that why Anupama ji comes to her,
Wah Tushan does not go to Anupama ji's house and apologizes to her,
With this, she also refuses to marry Prakash Sar, after which everything goes well between Prakash Sar and Anupama ji,
And after a year, both of them get married.
-------------------------Thank you ------------------------ ---
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