कहानी एक सनातन धर्मी पत्रकार अर्नब गोस्वामी की
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अर्णव गोस्वामी |
इस ज़माने मे हिन्दू अपने आप को हिन्दू बताने से परहेज करते है, कई पीढ़ियों से चली आयी रीती रीवाज जिन्हे फालतू,
और वाहियात बता कर पाश्चात्य सभ्यता अपनाने मे फ़क्र महसूस करने वाले हिन्दुओ को अर्णव गोस्वामी जैसे सच्चे राष्ट्रवादी हिन्दू से सबक लेनी चाहिए,
अर्णव गोस्वामी ने हिन्दुओ को सनातनी होने पर गर्व करना सिखाया,
रिपब्लिक भारत के चीफ एडिटर अर्णव गोस्वामी जी है, बेहद कम समय मे रपब्लिक न्यूज़ चनैल की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय अर्नब गोस्वामी को जाता है,
साथ ही इस न्यूज़ चैनल के आधे से ज्यादा शेयर के मालिक भी, सिर्फ 22 सप्ताह जैसे छोटे से कार्यकाल मे रिपब्लिक भारत देश का नंबर 1 न्यूज़ चैनल बन गया, अर्णव गोस्वामी की बेबाक बोली, जबरदस्त वार्तालाप और भाषा शैली के लोग फैन है ,
अपनी लगन, प्रतिभा,और काम के प्रति कर्मनिष्ठा से आज रिपब्लिक भारत देशवासियो के दिलो मे खाश मुकाम बना चूका है,तो आज हम अर्नब गोस्वामी से जुड़े कुछ ख़ास बाते जानेंगे,
हमारी आज की कहानी जनता के चहिते पत्रकार अर्णव गोस्वामी की है,
अर्णव जी असम के रहने वाले है, वाह असम मे अच्छे और सुप्रशिद्ध घराने से तालुक्क रखते है,
इनका जन्म 7मार्च 1973 को असम गुवाहाटी मे हुआ था, इनके दादाजी एक वकील, स्वंत्रता सेनानी और साथ ही कांग्रेस के समर्थक रहे है,
हिन्दू कॉलेज से BA करने के बाद छात्रविर्ती मिलने से ऑस्ट्रेलिया सेंट अटॉनी विश्व विद्यालय से मास्टर्स की डिग्री ली ,
दिल्ली और मुंबई दोनों जगह रहन सहन रहता है, अपने माँ पिताजी, पत्नी p.गोस्वामी और दो बच्चों के साथ रहते है,
जीवन की सुरुवात द टेलीग्राफ (कोलकाता ) से की, इसके बाद NDTV24×7के वरिष्ठ संपादक भी रहे, अर्नब गोस्वामी की असली पहचान टाइम नाउ के संपादक की टीम मे शामिल होकर बनी,
वहा उनके बेबाक और तेज तर्रार बोली लोगो को इतना पसंद आयी की टाइम्स नाउ देश मे सबसे ज्यादा देखे जाने वाला इंग्लिश न्यूज़ चैनल बन गयी, 2004 मे उन्हें बेस्ट न्यूज़ एंकर का पुरस्कार दिया गया,
11जुलाई 2006 मे मुंबई ट्रैन बॉम बिस्फोट मे 26 घंटे शानदार एंकरिंगकरते हुe की थी, जिसमे 200 नेताओ का इंटरव्यू शामिल था,
अर्णव गोस्वामी "Frankly Speaking Wid Arnabनामक शो भी होस्ट कर चुके है, जिसमे सिर्फ मशहूर और जानेमाने नाम शामिल होते...उन नेताओ मे बेनजीर भुट्टो, नरेंद्र मोदी, सोनिया गाँधी,
राहुल गाँधी जैसे बड़ी हस्तिया शामिल हो चुके है, अर्नब गोस्वामी कई अवार्ड भी अपने नाम कर चुके है.....
2003 - सर्वश्रेष्ट एंकर,
2007- सोसाइटी यंग एचीवर फोर एक्सीलेंस इन द मिडिया फील्ड,
2010- आसामीज ऑफ़ द ईयर अवार्ड न्यूज़ ऑफ़ द यर,
2012- न्यूज़ टीवी एडिटर ऑफ़ द ईयर,
अर्णव गोस्वामी के पत्रकारिता के दौरान कई दोस्त और कई दुश्मन भी बने,
चैनल पर पालघर साधु निर्मम हत्या का खुलासा करना, न्याय की आंग करना , सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड एंगल मे मर्डर का खुलासा करना, हाथरस की सच्चाई दिखाकर कांग्रेस का कच्चा चिठा खोल देना,
राष्ट्र से जुड़े हर अन्याय के प्रति अपनी आवाज उठाना अर्णव गोस्वामी के लिए मुश्किल से भरा रहा, इतिहास गवाह है जो सच का साथ देता है, और अन्याय के लिए अपनी आवाज उठता है, उसकी आवाज दबाने के लिए लोग किसी भी हद तक जय सकते है,
मुंबई सरकार के खिलाफ बोलना, कुछ लोगो को रस नही आयी जिसका पलटवार करते हुई, अर्नव गोस्वामी पर कई बार हमले भी हुए , धमकिया दी गयी, लेकिन एक सच्चे राष्ट्रभक्त का परिचय देते हुई अर्णव गोस्वामी अपनी बात पर अड़े रहे,
ताज़ा खबर के अनुसार उन्हें मुंबई पुलिस द्वारा बगैर समन भेजे गिरफ्तार किया गया, और उनके और उनके परिवार के साथ बदसलूकी की गयी,
जिस वजह से बाद पुरे भारत की जनता मे मुंबई पुलिस और उद्धव सरकार के खिलाफ आक्रोश है,
8 दिनों के बाद सुप्रीम कोर्ट के सही न्यायलय के बाद अर्नब गोस्वामी वापस जेल से निकल कर आये, उन्हें देखने तलोजा जेल के पास भारी भीड़ उमड़ी हुई थी, जिसे देख अर्नब अपने आप को रोक नही पाए, और कार के अंदर ऊपर की और खुलने वाली दूर मे खड़े होकर भारत माता और, सत्य के जीत के लिए नारे लगाए,अर्नब गोस्वामी के रिहा होने पर देश मे दिवाली जैसा जश्न मनाया जा रहा है |
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