निकिता तोमर की कहानी
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अधूरी कहानियाँ |
इन दिनों सुर्खियों में रह गई निकिता तोमर , की कहानी फिल्मी कहानी से मिलती जुलती है,
राजस्थान के बल्लभगढ़ में रहने वाली निकिता तोमर एक होनहार छात्रा थी,
बचपन से वाह जिस प्राइवेट स्कूल में पढ़ती थी, उसके साथ हिन्दू मुस्लिम और भी बच्चे पढ़ते थे, उन्हीं बच्चों में एक बच्चा तौसीफ भी था, जो जाने माने परिवार से रिश्ता रखता है, तौसीफ के दादा का नाम कबीर अहमद है जो विधायक रह चुके है, और उसके चाचा खुर्शीद अहमद पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके है,
तौसीफ़ बचपन से ही निकिता को पसंद करता था, उसने कई बार अपने दिल की बात निकिता से करनी चाहिए, लेकिन निकिता के बार-बार मना करने के बाद 1 दिन तौसीफ ने 2018 मे निकिता को किडनैप कर लिया,
जिसके बाद निकिता के घर वालों ने उसके खिलाफ बल्लभगढ़ थाने में एफ आई आर भी दर्ज करवाई, लेकिन तौसीफ के माफ़ी मांगने पर निकिता के परिवार वालो ने केस वापस ले लिया,उस समय निकिता नाबालिक थी,
इनसब के बाद भी निकिता ने दोबारा अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना शुरु कर चुकी थी, जबकि तौसीफ के दिलो दिमाग़ पर निकिता का भूत सवार था, निकिता अब अग्रवाल कॉलेज से से बीकॉम कर रही थी, और दूसरी तरफ तौसीफ फिजिओ थेरेपी का कोर्स कर रहा था, निकिता सब भूल कर आम जिंदगी बिता रही थी, साथ ही आईएएस बनने से कुछ कदम ही दूर थी,
और जब निकिता अपनी आखिरी परीक्षा देकर जैसे ही अग्रवाल कॉलेज से बाहर निकली, तौसीफ अपने एक साथी के साथ गाड़ी लेकर निकिता के पास आया और उसे जबरदस्ती गाड़ी मे बिठाने की कोशिश करने लगा, कॉलेज के CCTV मे सबकुछ रिकॉर्ड हो रहा था,
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जब तौसीफ निकिता को खींचकर गाड़ी मे बिठाने की कोशिश कर रहा था, तभी उसकी सहेली वहा आ जाती है, निकिता उसके पीछे छिपने की कोशिश करती है, लेकिन तौसीफ उसके इर्द गिर्द मंडराता रहता है,
इसी बिच तौसिफ़ का दोस्त उसके हाथ मे पिस्टल दे जाता है, और पिस्टल देख घबराहट से पीछे हट रही निकिता को सर् मे एक गोली मारकर तौसीफ और उसका दोस्त गाड़ी लेकर भाग जाते है,
एकतरफा प्यार का मारा तौसीफ अपने प्यार को मौत के घाट उतारकर फरार हो जाता है, जिसके बाद निकिता की मौत की खबर पाकर निकिता के परिवार को गहरा सदमा लगता है, वहा इस खबर की जानकारी पाकर इकठा हुई भीड़ चक्का जाम कर देता है, और पुलिस से मांग करते है की उनके बेटी के कातिलों को उन्हें सौप दिया जाये,
शिक्षा
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इस कहानि से हमें यह शिक्षा मिलती है की अगर अगर कोई सक्श बार बार आपकी निजी जिंदगी मे दखल दे रहा हो, तो उसे जिस भाषा मे बात समझ आती हो, उसी भाषा मे जवाब देकर अपनी जिंदगी से बाहर कर देना चाहिए, भगवान भरोसे छोड़ देने से भविष्य मे किसी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है,
जैसा निकिता के साथ हुआ, NikitaTomarके घरवालों ने बात हलके मे ली, जिसकी भरपाई निकिता को जान देकर चुकानी पड़ी |
सीख -
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समय के साथ पुरुषो का महिलाओ के प्रति ब्यवहार मे बदलाव देखने को मिल रहा है, पहले की अपेक्षा अभी के पुरुष अपराध की हर सीमा लांगने से नही झिझकते, इसलिए बेटियों के प्रति सतर्क रहे, लापरवाही महँगी पड़ सकती है |
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