काली शक्तियों का मायाजाल
यह कहानी पहाड़ पर बसे एक छोटे से गांव वालो की है, जो किसी ख़ास तरह की शक्ति के मायाजाल मे थे,
संधरा नामक एक गाँव था, जहाँ थोड़े दूर पर एक नदी थी, नदी का पानी का रंग काला था,
सभी ग्रामवासी वहीं से पानी उपयोग में लाते थे गांव वालों ने एक बात ऐसी थी जो समझ से परे थी गांव वाले एक दिनचर्या के हिसाब से अपना काम करते और शाम ढलते ही सभी गहरी नींद में सो जाते है, फिर सुबह उठते बगैर किसी से बात कीये बस उनका जीवन बीते जा रह था,
कई दशकों से उनकी यही हाल चल रही थी, इतन…
अधूरी कहाँनिया 2020 : आत्माओ की पुकार
ये कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है, झारखण्ड शहर के बॉर्डर पर एक गाँव है जहा 100 साल पहले आदिवासीयों की जनजाति यहाँ आकर बसी थी, उस छोटे गाँव मे 500 घरों मे 120 घर आदिवासी जनजाति के लोगो की थी, पहले आदिवासी जनजाति के लोगो का रहन सहन आम लोगो का रहन सहन से अलग था, लेकिन समय बीतने के साथ अब वे लोग भी आम लोगो की तरह ही रहने लगे,
आदिवासीयों की बस्ती जगमोहन नाम के शख्श का घर था, जो अपने नाते रिश्तेदारों के साथ उसी गाँव मे रहता था , जगमोहन का …
वो साया
हर बच्चा अपनी दादी नानी से कहानियाँ सुनता है, हमलोग भी अपनी दादी को कहानियाँ सुनाने के लिए तंग किया करटे थे , दादी कभी कभी हमें पिछली बार की कहानी दोबारा सुना करर बुद्धू बना दिया करती जो हम पहले सुन चुके होते, हम बच्चे भी आज ठान के आए थे की आज तो नयी और डरावनी कहानी सुनेंगे दादी से,
हम कुलमिलाकर 12 बच्चे आज दादी से डरावनी कहानी सुनाने की जिद्द करने लगे, पहले यो दादी ने खा नही बच्चों रात हो गयी है तुम सब डर्र जाओगे,
हम भी कहाँ मानने वाले थे, अंत मे जीत हमारी हुई और द…
भूतिया पीपल का पेड़ :
पुरानी मान्यताओ के अनुसार पीपल के पेड़ की पूजा हमारे हिन्दू धर्म मे विशेष रूप से चली आ रही है, इसकी पूजा से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है, कहा जाता है, हमारे पितृ इसी पेड़ पर निवास करते है इसलिए इसे देवताओ का पेड़ भी कहा जाता है,,
लेकिन, हर जगह पीपल के पेड़ की पूजा हो ये जरुरी नहीं होता,
एक गाँव मे एक बड़ा सा पीपल का पेड़ था, जिसे सब भूतिया पेड़ भी कहते थे, वहा से तरह तरह की आवाजे आया करती थी, रात को वहा से गुजरना खतरे को आमंत्रित करने के बराबर था |
फिर कुछ लोग इन…
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