पहेली **********
अपराजिता एक अच्छे कुल की पहली संतान थी, परिवार मे किसी चीज का अभाव नही था, सभी अपराजिता पर जान छिड़क़ते थे,
एक दिन अपराजिता के पिता अनिल किसी ख़ास काम से दूसरे शहर गये , जहा से पास मे ही एक बड़े ऋषि मुनि का आश्रम पड़ता था, अनिल के साथ उनके एक अन्य सहभागी मित्र उन बाबाजी के दर्शन के इच्छुक थे, अनिल से साथ चलने को कहा, तो वे इकठा बाबाजी के दर्शन के लिए निकल पड़े,
वहा पहुंचकर बाबाजी के आशीर्वाद लिए, वापस लौटते वक्त बाबाजी ने अनिल की प्रशंसा करते हुई बताया की, आपकी …
देश के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक के साथ काम् कर रहे रोहित ने उनसे काफी अच्छी जानकारी प्राप्त कर लि हैं,
अब वह खुद का एक रिसर्च केंद्र खोलने के लिए अनुमति लेने विदेश गया हुआ हैं, इस दौरान उसके घर मे आकाशमत एक दुर्घटना हो जाती है,
इस दुर्घटना मे वह अपने पालतू कुत्ते टॉमी को खो बैठता है, दरअसल बात यह थी की बिना किसी से इजाजत लिए एक ट्रैक्टर रोहित के घर मे जा घुसा, उस समय घर मे उसकी पत्नी और उसका पालतू कुत्ता टॉमी हि था, माता पिता आउट ऑफ़ टाउन थे, रोहित की पत्नी के सामने ट्रेक्टर घर मे ज…
शरांश :-ये कहानी एक ऐसे बच्चे की है जो अनजाने मे किसो बड़ी शक्ति से दुश्मनी मोल ले लेता है,
कभी कभी हम ऐसा कुछ कर जाते है जो सायद नहीँ करना ही ठीक होता है, संसार मे कई ऐसी शक्तिया विद्द्मान है जो इसका संचालन करती है,ये अच्छी भी होती है औऱ बुरी भी,
कहानी
रामानुज महज 12 साल का एक बालक है,जो अपनी माँ के साथ एक गाँव से आखिरी छोऱ पर रहता था,,, ठीक वही जँहा सफ़ेद संगमरमर से एक मजार का निर्माण किया जा रहा था...
उससे कुछ ही दूरी पर रानुज का घर था, इसलिए रामानुज वही आस पास ही खेला कर्ता था…
डायन (एक आत्मा की आपबीती )
करीब पांच साल पहले की घटना है, ज़ब मै अपने काम के सिलसिले मे हरिद्वार आया हुआ था, हरिद्वार से थोड़ी ही दूर पर मेरे मामाजी का घर था, सोचा यहाँ तक आया हूँ तो उनसे भी मिल लेता हूँ,
कच्ची सडक थी, वहा तक पहुंचने मे मुझे काफी दिक्क़त हुई लेकिन मै आखिरकार पहुंच ही गया, लगभग 10 साल बाद मै अपने नाना जी के घर आया था, मेरे मामाजी तीन भाई थे, लेकिन अब दो ही है,
सबसे छोटे मामाजी जो केवल 18 साल के थे, तभी अचानक चल बसें, काफी कोमल दिल के थे सकल सूरत से राजकुमार लगत…
सभी जानते है की इस संसार में ठीक इसके जैसी ही एक अलग संसार भी मौजूद है, वैज्ञानिक भाषा में कहे तो पैरल्लेल वर्ल्ड कहते है, वहां के लोग हमें देख सकते है, हमारे करीब आ सकते है, मगर हम उनकी करीब नहीँ जा सकते,
हैं अगर किसी के अंदर सुपर नेचुरल या गॉड गिफ्ट कोई शक्ति होती है, तो वे लोग उस दुनिया को जान सकते है
पर ऐसे लोग ना के बराबर है,
जितने तरह के अदृश्य शक्ति होते है सब का वास्ता उस दूसरी पैरलेल वर्ल्ड से ही होती है, उनकी नजर हर इंसान पर हर वक्त रहती है, मगर हम समझते है की हम तो बि…
मोहना के घर ख़ुशीया आने वाली थी, घर पूरा लोगो से भरा हुआ था, सभी बच्चे के इंतजार मे थे, आखिर तीन भाइयो मे सबसे लाडली मोहना मा बनने वाली थी,
मोहना अप्पने मायके मे थी, लेकिन उसके सास ससुर चाहते थे की बच्चे की पहली किलकारी उनके अपने घर मे ही गूंजे,
इसलिए कई महीनो से उसकी तैयारी चल रही थी, सभी खुश थे, पुरे नौ माह गर्भवती होने पर भी मोहना सभी का ख्याल रखती थी, वह कभी अपने से छोटे बड़ो का अपमान नहीँ करती थी,
इसलिए हर कोई उसे सम्मान देता, घर से बाहर जाने से पहले उसके पति अक्सर उसकी फरमाइ…
ये कहानी डरावनी जरूर है लेकिन इस कहानी का समाज मे चल रहीं वास्तविक घटनाओ से गहरा नाता है,
कई वर्ष बीत गये, इस घटना को लेकिन याद करती हु तो लगता है कितना ख़ौफ़नाक मंजर था,
मै गर्मी की छुट्टियों मे अक्सर अपने ननिहाल जाया करती थी, वहां और भी बच्चे थे जिनके साथ दिन भर खेलना, और मनोरंजन की चीजों के साथ मस्ती करना हमारा तय था,
मेरे नन्हीहाल मे उस समय गैस नहीँ थी, और ज्यादातर घरों मे चूल्हे थे, जो शाम होटल हीं जल उठते और उसका धुंवा ढूंढ़ की तरह दिन और रात तक बादल बनकर ठहरे हूए यहाँ से वह…
संजय हाल मे ही अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने शहर वापस आने वाला है, वह लगभग 10 सालो तक विदेश मे रहकर लौट रहा है इसलिए घर के सभी लोग बड़ी बेसब्री से उसका इंतजार कर रहे थे,
एयरपोर्ट पर उससे मिलने घर के आधे लोग पहुँचे हुए थे, आखिर कई वर्षो बाद संजय वापस आ रहा था,
संजय plan से लैंड होते ही अपने परिवार के पा भागा भागा आया, सायद जिस बेसब्री से सभी उसका इंतजार कर रहे थे, उतनी ही बेसब्री संजय को भी थी,
अपनों से मिलने के बाद गाड़ी मे बैठकर घर आया, जहाँ उसके स्वागत मे भब्य आयोजन होने को था,
समारो…
राजस्थान घूमने आये 25 लोगो के टीम उदयपुर के एक गेस्ट हाउस मे ठहरे हुए थे, उनकी टीम मुंबई से आये थे,
उन 25 लोगो मे 7 महिलाये थी, बाकि पुरुष | संध्या उन 7 मे एक थी, जिसे पुराने किले, पुराने महल, राजावो के रहन सहन कि जानकारी एकट्ठी करनी अच्छी लगती थी,
वह सभी छोटी बड़ी जानकारी को बड़े ध्यान से सुनती और ताल मेल बिठाते हुये, अपने मन मे सारी जानकारी सम्भाल कर रख लेती,
7 दिनों के सफऱ मे आज दूसरा दिन बीत चूका था, गाइड ने उन्हें आज जैसलमेर कि यात्रा करवाई, जिसके बाद सभी अपने कमरे मे आराम कर…
कुछ अच्छा और बड़ा करने निकलो तो बधाएं भी बड़ी बड़ी हीं आती है,
ना जाने ऐसी क्या दुश्मनी थी, हमारी उस वीरान जगह से जिसके कारण हमारा परिवार निशाने पर था,
ख़ुशी से ज्यादा गम का बसेरा हो चला था, और इसके पीछे का कारण जानने की ना तो किसी को पड़ी थी, और ना कोई इन सब मे पड़ना चाहता था,
इस बिच एक खाश मकसद्द से काम कर रही दीप्ती, जिसके अंदर स्परिचुअल शक्ति थी, जो किसी भी अच्छे और बुरे चीज का पहले हीं आभास कर सकती थी, उसे ऐसा आभाष हुआ जैसे उसका परिवार किसी काली शक्ति से पीड़ित है,
बार बार यह एहसा…
वचन कभी कभी हमारे अस पास ऐसी घटना घट जाती है , जिससे सुनकर रोम रोम कम्पित हो उठता है ,स्वर्ग ,नर्क , मुक्ति , मोक्ष सरे इसी पृध्वी नामक धाम से होकर गुजरती है , संसार का कोई प्राणी ,या जीव ऐसा नहीं है जिसने धरती के नियम लांघे हो .... लेकिन अपने कर्मो का दायित्व पूरा करने के लिए जीवात्मा के लिए सारे बंधन छोटे है ,
भार्गव गुजरात में पुरातत्व विभाग में कार्यरत है , लगभग पच्चीस साल काम करने के बाद वह अपना ट्रांसफर अपने शहर जबलपुर करवाने की कोशिश में लगा हुआ था , जबलपुर में ही उस…
जाग उठा सैतान
दो खून करने के बाद निकला तीसरे खून की तैयारी मे...
पढ़िए आगे की कहानी.......
ऐसा सिर्फ पापी ही कर सकते है कोई फरिस्ता नहीँ जैसा उस सक्श ने गाँव वालो के सेह किया
गुरुदेव की दी हुई शक्तियों का गलत उद्देश्य से प्रयोग आम बात हो गयी,
अपने दोस्त अनिल का सहपाठी रह चूका दिनेश गुरु के आदेशों का पालन करना जरुरी नहीँ समझता, जिसकारण लगातार कई लाशें देखि उसने फिर भी वह मंत्र का दुरूपयोग करता रहा,
आखिरी बार भी यही हुआ, अचानक एक गाँव वाला लम्बी नींद मे सो चूका था, फिरभी ना जाने क्यू…
काली शक्तियों का मायाजाल
यह कहानी पहाड़ पर बसे एक छोटे से गांव वालो की है, जो किसी ख़ास तरह की शक्ति के मायाजाल मे थे,
संधरा नामक एक गाँव था, जहाँ थोड़े दूर पर एक नदी थी, नदी का पानी का रंग काला था,
सभी ग्रामवासी वहीं से पानी उपयोग में लाते थे गांव वालों ने एक बात ऐसी थी जो समझ से परे थी गांव वाले एक दिनचर्या के हिसाब से अपना काम करते और शाम ढलते ही सभी गहरी नींद में सो जाते है, फिर सुबह उठते बगैर किसी से बात कीये बस उनका जीवन बीते जा रह था,
कई दशकों से उनकी यही हाल चल रही थी, इतन…
Social Plugin