करीब 200 साल पहले भूतकाल मे स्कूल गुरुकुल कहे जाते थे, जहाँ ब्यक्तित्व विकास से लेकर अनंत तरह कि शिक्षाएं बच्चो को दी जाती थी, आज कि तरह तब भी बच्चो कि रूचि को ध्यान मे रखा जाता,
जो बच्चे प्रतिभा शाली होने के साथ साथ आंतरिक शक्ति से भी भरपूर होते, उन्हें गुरुदेव लोक कल्याण कि शिक्षा देते, जिससे आनेवाला जगत सुखी हो सके,
ऐसा हि एक गुरुकुल पिथौरागढ़ मे था, जहाँ शिष्यों को अनेक तरह कि विधाएं दी जाती, और जो शिष्य सारी विधाएं पूर्ण निपुणता से प्राप्त कर लेते, उन्हें उच्च कोटि कि विद्…
सच्ची कहानी :मै एक राहगीर हु, पऱ मै आम लोगो की तरह रास्तो का नहीँ समय की यात्रा करता हु, शक्ल सूरत से दिखने मे आम तो हु पर पता नहीँ क्यूँ आँखे बंद करते ही किसी दूसरे स्थान पर होता हु, और वह स्थान इस संसार मे कहीं ना कहीं मौजूद होता हीं है,
सुनने मे काल्पनिक जरुर है पर ऐसा हीं हु मै,जाने ये कैसी शक्तिया है जो मुझे हर वक्त अपने आप से एक नये स्थान पर मिलवाती है,
आज की हीं बात करू तो हर दिन की तरह आज की अपनी दिनचर्या मे बस जिए जा रहा था, बिल्कुल आम सी मेरी जिंदगी, अच्छी बातो पर हस…
निर्मल हर सुबह की तरह आज भी काम पर जाने से पहले मन्दिर जाकर भगवान के दर्शन करने जा रहा था, यह मन्दिर बाकी मन्दिर से काफी अनोखा और विशाल होने के कारण ऐसी मान्यता थी, की जो भी मन्दिर जाकर भगवान के दर्शन करता है, उसके मन मे दबी सभी इच्छाएं भगवान पुरी कर देते है,
मन्दिर भब्य और शांत वातावरण का अनूठा मेल था, इसलिए कभी कभी निर्मल कई घंटे मन्दिर मे ही बिता दिया करता,
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इस बात पर वह हमेशा घर मे बडो से डांट भी खात…
संजय हाल मे ही अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने शहर वापस आने वाला है, वह लगभग 10 सालो तक विदेश मे रहकर लौट रहा है इसलिए घर के सभी लोग बड़ी बेसब्री से उसका इंतजार कर रहे थे,
एयरपोर्ट पर उससे मिलने घर के आधे लोग पहुँचे हुए थे, आखिर कई वर्षो बाद संजय वापस आ रहा था,
संजय plan से लैंड होते ही अपने परिवार के पा भागा भागा आया, सायद जिस बेसब्री से सभी उसका इंतजार कर रहे थे, उतनी ही बेसब्री संजय को भी थी,
अपनों से मिलने के बाद गाड़ी मे बैठकर घर आया, जहाँ उसके स्वागत मे भब्य आयोजन होने को था,
समारो…
भगवान शंकर सभी भक्तो की मनोकामना पुरी करते है, जैसे मेरी मन के बिचार जाने बगैर सारे उलझनों को सुलझाया ही नहीँ बल्कि मेरी आर्थिक जरूरत भी पुरी की, ऐसे है महादेव
जिनकी शक्ति का जितना भी बखान करो कम ही होगा? तो चलिए जानते है भगवान शिव ने कैसे अपने भक्त की मनोकामना को पूर्ण किया....
मेरी मां जो कि एक शिव भक्त है, वह अक्सर शिवचर्चा मे जाया करती, जहाँ ढेर सारे भक्तो कि मंडली भी पहुंचती, कई बार भक्त अपने अपने अनुभव बताते,
कभी गुरुदेव जिनके द्वारा हमने दीक्षा प्राप्त कि थी वे अपने अनुभव…
जाग उठा सैतान
दो खून करने के बाद निकला तीसरे खून की तैयारी मे...
पढ़िए आगे की कहानी.......
ऐसा सिर्फ पापी ही कर सकते है कोई फरिस्ता नहीँ जैसा उस सक्श ने गाँव वालो के सेह किया
गुरुदेव की दी हुई शक्तियों का गलत उद्देश्य से प्रयोग आम बात हो गयी,
अपने दोस्त अनिल का सहपाठी रह चूका दिनेश गुरु के आदेशों का पालन करना जरुरी नहीँ समझता, जिसकारण लगातार कई लाशें देखि उसने फिर भी वह मंत्र का दुरूपयोग करता रहा,
आखिरी बार भी यही हुआ, अचानक एक गाँव वाला लम्बी नींद मे सो चूका था, फिरभी ना जाने क्यू…
साधुओ की टोली
सावित्री देवी हर साल तीर्थयात्रा के लिए अपने पति के साथ हरिद्वार जाती थी, इसबार उसने सोचा की पूरा परिवार ही l तीर्थ करेंगे,
इसलिए पूरी तैयारी के साथ सावित्री देवी तीर्थ को निकली, पहले सावित्री देवी को काशी, फिर मथुरा, फिर हरिद्वार, वहा से केदारनाथ और फिर अंत मे बैजनाथ धाम जाना था,
ट्रेन पर 2-3 दिन का सफर था, अगली सुबह सावित्री देवी के बड़े पोते ने देखा की पास के बोगी से लेकर अगले 5 बोगियों मे सिर्फ साधु भरे पड़े है,
सावित्री देवी धार्मिक स्वाभाव की थी, उसने सोचा …
अधूरी कहाँनिया 2020 : आत्माओ की पुकार
ये कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है, झारखण्ड शहर के बॉर्डर पर एक गाँव है जहा 100 साल पहले आदिवासीयों की जनजाति यहाँ आकर बसी थी, उस छोटे गाँव मे 500 घरों मे 120 घर आदिवासी जनजाति के लोगो की थी, पहले आदिवासी जनजाति के लोगो का रहन सहन आम लोगो का रहन सहन से अलग था, लेकिन समय बीतने के साथ अब वे लोग भी आम लोगो की तरह ही रहने लगे,
आदिवासीयों की बस्ती जगमोहन नाम के शख्श का घर था, जो अपने नाते रिश्तेदारों के साथ उसी गाँव मे रहता था , जगमोहन का …
माँ चन्द्र घंटा ( नवरात्री स्पेशल )
जब पृथ्वी पर पाप बढ़ने लगे, दैत्यों से हर ओर त्राहि त्राहि मची हूँ थी, तब विश्व रूपनी माँ दुर्गा धरती पर अवतरीत हुई, शादियों से चली आ रही है बगैर किसी ईस्वरी शक्ति के बिना संसार की कल्पना करना निरर्थक है, माँ दुर्गा ने अवतरण ही दुस्टो का नाश करने के लिए लिया था, माता के कई रूप थे,नवरात्रि के नव दिनों मे माँ के नाव रूपो की पूजा होती है, तीसरे दिन माँ चन्द्र घंटा की पूजा होती है, माँ के नाउ रूप दैत्यों के अत्याचार ओर अनिती से जगत को बचाती है, …
दान
रस्मी अपने पापा की लाडली बेटी है, वाह अपनी बीएससी की पढ़ाई मे ज्यादातर ब्यस्त रहती थी,
घर के छोटे बड़े काम मे माँ का हाथ भी बताया करती
माँ तू रहने दे,.... दे मुझे मै कर लूंगी, (रस्मी ) ठीक है बेटा ले तू ही कर, (माँ )
वैसे माँ पापा कहा है, कही दिख नहीं रहे, वो तेरे लिए लड़का देखने गये है, (माँ ) उफ्फ्फ माँ, तूम और पापा मेरे पीछे हाथ धोके पड़ गये हो, मुझे नहीं करनी शादी अभी,
थोड़ी देर बाद,
लड़के का फोटो दिखाते हुए कहते है सायद यहाँ बात पक्की हो ही जाएगी , (रस्मी के पापा )
देख रश्मि (…
ब्यवहार :byawhar
एक बार की बात है कि एक समृद्ध व्यापारी , जो सदैव अपने गुरू से परामर्श करके कुछ न कुछ अच्छे कर्म किया करता था,
एकदिन ब्यापारी अपने गुरु से बोला-“गुरुदेव, पैसे जमा करने के किये मैं अपना गाँव पीछे ज़रूर छोड़ आया हूँ, पर हर समय मुझे लगता रहता है कि वहाँ पर एक ऐसा मंदिर बनाया जाये जिसमें देवपूजन के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था हो,
अच्छे संस्कारों से लोगों को सुसंस्कृत किया जाये, अशरण को शरण मिले, वस्त्रहीन का तन ढके ,रोगियों को दवा और चिकित्सा मिले ,बच्चे अपने धर्…
गणपत्ति बाप्पा की कहानी : देवो मे जिसकी पूजा सबसे पहले होती है उनका नाम है गणपति महाराज, ये तो लगभग लोग जानते है के कैसे भगवान ने जन्मदिन लिया कैसे इंहोने देवताओं मे अपना स्थान पाया.... चलिए आज जानते है इनकी अद्भुत कहानी
माता पार्वती चाहती थी के उन्हें एक और पुत्र प्राप्त हो जो उनकी रखवाली कर सके, इस कारण उन्होंने निश्चय किया की वो एक योग्य पुत्र प्राप्ति का आह्वाहन करेगी, जिसके लिए उन्होंने बहुत तरह की सुगन्धित …
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